अतिथि शिक्षकों के समस्याओं को लेकर राजभवन जायेंगे पी.जी काउंसिलर, पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ।

पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ मानविकी काउंसिलर अभिषेक राज , पी.जी विधि, शिक्षा एंवम काॅमर्स काउंसिलर अरविन्द कुमार चौधरी , पी.जी सामाजिक विज्ञान काउंसिलर विवेक कुमार अतिथि शिक्षकों के समस्याओं को लेकर कल 26 सितम्बर को राजभव जाने की तैयारी में हैं। ज्ञात हो कि पटना विश्वविद्यालय में शिक्षकों के घोर कमी से जुझ रहा है। सभी व्यावसायिक पाठ्यक्रम और बी.एन कॉलेज के अधिकतर विभाग अतिथि शिक्षकों के दम पर हीं संचालित होता है। पटना विश्वविद्यालय में 1952 के बाद कोई भी नया पद सृजन नहीं किया गया है जबकि नीत नय पाठ्यक्रम शुरू किये जा रहे हैं। सीटें लगातार बढ़ाई जा रही है. ऐसे में छात्रों का भविष्य अंधेरे में है। पटना विश्वविद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को 2011 से 300₹ प्रति वर्ग दिया जा रहा था जिसे 02 जनवरी 2018 के वित्त समिति के बैठक में बढ़ा कर 500₹ प्रतिवर्ग किया था। अब 08 सितम्बर के वित्त समिति के बैठक में पुन: घटा कर 300₹ प्रतिवर्ग कर दिया है. ध्यान रहे कि अतिथि शिक्षकों के वेतन के बारे में यूजीसी का स्पष्ट निर्देश है कि अतिथि शिक्षकों को 1000₹ प्रति वर्ग दिया जाना चाहिए ताकि अतिथि शिक्षक बढती महंगाई में बीना मानसिक तनाव के छात्रों को निर्वाध रूप से शिक्षा दे सकें। मानविकी संकाय काउंसिलर अभिषेक राज कहते हैं कि हम छात्र प्रतिनिधि होने से पहले एक छात्र होने के नाते महसूस करते हैं कि हमारे शिक्षकों को मनरेगा मजदूर के बराबर वेतन दिया जाना शिक्षकों का शोषण है विश्वविद्यालय को चाहिए कि वह यूजीसी के निर्देशानुसार 1000₹ प्रतिवर्ग दे ताकि हमें स्तरीय शिक्षक मुहैया हो। वहीं एम.एड काउंसिलर अरविन्द कुमार चौधरी कहते हैं कि 27 सितम्बर को आधारभूत ढ़ांचा के विकास और वस्तु स्थिति को लेकर राजभवन में कुलपतियों की बैठक है। पटना विश्वविद्यालय कुलपति को नये पद सृजन और वस्तु स्थिति के बारे अखबारों में बात करनी चाहिए थी लेकिन कुलपति एक अखबार में बयान देते हैं कि पटना विश्वविद्यालय आधारभूत संरचना निपुन है कमी है तो सिर्फ संवाद कि लेकिन वस्तुस्थिति है कि अतिथि शिक्षकों का शोषण तो कर हीं रहा है विश्वविद्यालय कई विषय के लिए अबतक कोई विभाग नहीं है। पी.जी काउंसिलर  विवेक कुमार कहते हैं विश्वविद्यालय यदि अतिथि शिक्षकों को सम्मान जनक वेतन नहीं देता तो हम अतिथि शिक्षकों और छात्रों के साथ मिलकर आंदोलन की दिशा में बढ़ेंगे।आज हस्ताक्षर अभियान चलाया है कल अतिथि शिक्षकों का पुन: हस्ताक्षर अभियान चलाकर राजभवन जायेंगे और कुलाधिपति महोदय को वस्तुस्थिति से अवगत करवायेंगे ताकि अतिथि शिक्षकों को उनके जिविकोपार्जन के लायक मानदेय दिया जा सके।

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